विघ्नहर्ता गणेश जी का जाने इस साल पूजन का शुभ मुहूर्त क्या है
भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि शुरू - 18 सितंबर 2023, दोपहर 12.39 ,भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि समाप्त - 19 सितंबर 2023, दोपहर 01.43 ,गणेश स्थापना समय - सुबह 11.07 - दोपहर 01.34 (19 सितंबर 2023) 18 सितंबर के ठीक 10 दिन बाद यानी की 28 सितंबर के दिन गणेश जी का विधि विधान से विसर्जन किया जाएगा
किसी भी मांगलिक कार्य या शुभ काम की शुरुआत गणेश जी की पूजा से ही की जाती है यहां तक किसी भी भगवान के पूजा से पहले गणेश जी की पूजा की जाती है इसलिए इनको प्रथम पूज्य गणेश जी भी कहते हैं गणेश चतुर्थी का हिंदू धर्म में बड़ा ही महत्व है गणेश चतुर्थी का त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है इस दिन लोग बड़े ही श्रद्धा और प्रेम से गणपति जी का स्वागत करते हैं गणेश चतुर्थी का त्योहार 10 दिन का त्यौहार होता है लोग बप्पा की मूर्ति को घर लाते हैं और उनकी स्थापना कर पूजा आराधना करते हैं 10 दिन बाद गणपति जी का विसर्जन कर दिया जाता है
गणपति जी का पूजा विधि: –
• गणेश चतुर्थी पर गणपति स्थापना से पहले पूजा स्थल को अच्छी तरह साफ कर लें।
• अब पूजा की चौकी पर पीला या लाल कपड़ा बिछाएं. शुभ मुहूर्त में पूर्व में मुख करते हुए गणपति को चौकी पर स्थापित करें।
• अब गणेश जी पर दूर्वा से गंगाजल छिड़कें. उन्हें हल्दी, चावल, चंदन, गुलाब, सिंदूर, मौली, दूर्वा,जनेऊ, मिठाई, मोदक, फल, माला और फूल अर्पित करें।
• अब भगवान श्री गणेश के साथ-साथ भगवान शिव और माता पार्वती की भी पूजा करें. लड्डू या मोदक का भोग लगाएं फिर आरती करे।
• लास्ट में क्षमा याचना करें।
गणेश चतुर्थी का शुभ मुहूर्त:–
इस साल गणेश उत्सव का 19 सितंबर 2023 को गणेश चतुर्थी से होगा. इसकी समाप्ति 28 सितंबर 2023 को अनंत चतुर्थी पर होगी. आखिरी दिन बप्पा की मूर्ति का विर्सजन होता है.
भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि शुरू – 18 सितंबर 2023, दोपहर 12.39 ,भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि समाप्त – 19 सितंबर 2023, दोपहर 01.43 ,गणेश स्थापना समय – सुबह 11.07 – दोपहर 01.34 (19 सितंबर 2023)
18 सितंबर के ठीक 10 दिन बाद यानी की 28 सितंबर के दिन गणेश जी का विधि विधान से विसर्जन किया जाएगा