बदरीनाथ /केदारनाथ धाम: बदरीनाथ धाम एवं केदारनाथ धाम में सितंबर दूसरे सप्ताह के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हुई है। धामों मे प्रतिदिन तीन से चार हजार तीर्थयात्री दर्शन को पहुंच रहे है।
केदारनाथ में अभी तक रिकार्ड ग्यारह लाख पैंतालीस हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन कर लिए है जबकि श्री बदरीनाथ धाम में नौ लाख नब्बे हजार से अधिक तीर्थयात्री दर्शन का पुण्य लाभ अर्जित कर चुके है इस तरह अभी तक इक्कीस लाख पैंतीस हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने श्री बदरीनाथ तथा केदारनाथ धाम के दर्शन कर लिए है। कहा कि धामों में आवश्यक यात्री सुविधाएं मुहैया कराई गई है।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने बदरीनाथ धाम से बताया कि मंदिर समिति मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने श्री बदरीनाथ धाम में यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया तथा श्री बदरीनाथ धाम में 15 सितंबर को प्रसिद्ध माता मूर्ति उत्सव में शामिल होकर पंच बदरी श्री वृद्धबदरी, योग बदरी पांडुकेश्वर, भविष्य बदरी सुवाई तपोवन , तथा ध्यान बदरी मंदिर उर्गम पहुंच कर निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ बदरीनाथ मंदिर प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी, अवर अभियंता गिरीश रावत मौजूद रहे।इसके पश्चात श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ तथा श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी होते हुए मुख्यकार्याधिकारी कल गुरुवार 19 सितंबर को श्री केदारनाथ धाम पहुंचे।
केदारनाथ धाम में मुख्य कार्याधिकारी ने देर शाम मंदिर समिति कर्मचारियों अधिकारियों की बैठक में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मंदिर समिति के नवनिर्मित हो रहे रावल-पुजारी आवास, कार्यालय, भोगमंडी,कर्मचारी आवास का निरीक्षण किया तथा निर्माण कार्य को देखा।
मंदिर दर्शन व्यवस्था का निरीक्षण किया तथा यात्रियों हेतु सर्दी के मद्देनजर अलाव जलाने के निर्देश भी दिये।
इस अवसर पर केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, उपाध्यक्ष संतोष त्रिवेदी सहित तीर्थ पुरोहितों ने मुख्य विजय कार्याधिकारी प्रसाद थपलियाल का स्वागत किया। इस दौरान मंसा देवी मंदिर हरिद्वार के पदाधिकारीगण भी श्री केदारनाथ धाम दर्शन को पहुंचे थे।
केदारनाथ में इस अवसर पर अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी, सहायक अभियंता गिरीश देवली, पुजारी शिवशंकर लिंग समन्वयक/ पूर्व कार्याधिकारी आरसी तिवारी, वरिष्ठ मंदिर प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, लोकेंद्र रिवाड़ी,अरविंद शुक्ला, पारेश्वर त्रिवेदी, कुलदीप धर्म्वाण, विक्रम रावत ललित त्रिवेदी, आदि मौजूद रहे।